स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधार में जुटी नगर पालिका

इटारसी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 (Swachh Survekshan 2022) के लिए नगर पालिका (Municipality) नागरिकों से फीडबैक चाह रही है तो कई संस्थाओं के लोग भी स्वच्छता फीडबैक (Feedback) देकर सहयोग कर रहे हैं। केन्द्र सरकार ने फीडबैक के लिए लिंक (Link) जारी किया है तो नगर पालिका ने सोशल मीडिया के जरिये नागरिकों का लिंक उपलब्ध कराके फीडबैक देने का अनुरोध किया है। नागरिक इस पर फीडबैक भी दे रहे हैं।

शहर के प्रतिष्ठित स्कूल जीनियस प्लानेट (Genius Planet), रेनबो (Rainbow) और एक्सीलेंट स्कूल (Excellent School) के स्टाफ (Staff), डायरेक्टर्स (Directors), टीचर्स (Teachers) और बच्चों के पेरेन्ट्स (Parents) भी नगर पालिका के अनुरोध पर फीडबैक दे रहे हैं। जीपीएस के डायरेक्टर जाफर सिद्दीकी, मनीता सिद्दीकी, रेनबो के संचालक नीलेश और गुंजन जैन तथा एक्सीलेंट के संचालक संदीप और अंजना तिवारी को नगर पालिका की ओर से फीडबैक के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है।


शहर की बुनियादी जानकारी के साथ सेवा प्रगति के क्षेत्र में किए दावों की परख अब केंद्रीय मूल्यांकन टीम करेगी। केंद्रीय टीम कभी भी मूल्यांकन के लिए इटारसी पहुंच सकती है। इसके तहत स्वच्छता के लिए शहर के लोगों का फीडबैक लेने का काम शुरू हो गया है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती हेमेश्वरी पटले का कहना है कि स्वच्छता फीडबैक मोबाइल एप से लोग खुद भी फीडबैक दे सकते हैं। वहीं अगर नगर पालिका की टीम आती है तो शहरवासी ओटीपी शेयर कर स्वच्छता को लेकर पूछे गए सवालों का सही-सही जवाब दें। उनका पॉजिटिव फीडबैक ही शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा।

फीडबैक में पूछे जाते हैं ये सवाल

-क्या आपके घर से कचरा उठता है?
-क्या आप गीला और सूखा कचरा अलग करके देते हैं?
-क्या आपके नजदीकी क्षेत्र में शौचालय है?
-क्या आपने स्वच्छता एप डाउनलोड किया है?
-घर के कचरे से कंपोस्ट खाद तैयार करते हैं?
-आप जानते हैं कि आपका शहर स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में भाग ले रहा है?

जितने ज्यादा फीडबैक, उतने अधिक अंक

सर्वेक्षण-2022 को लेकर अब जनता का फीडबैक ही तय करेगा कि नगर कितना स्वच्छ है। शहरी विकास मंत्रालय ने 31 मार्च 2022 तक जनता को फीडबैक देने को कहा है। केंद्र सरकार की वेबसाइट व स्वच्छता एप में ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक लेना शुरू हो गया है। शहर में जितने ज्यादा लोग इसमें हिस्सा लेंगे, शहर को उतने ही अधिक अंक मिलेंगे व टॉप के स्वच्छ शहरों में हमारी गिनती होगी। 31 मार्च के बीच कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीमें दस्तक दे सकती हैं।

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